- मथुरा के वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी जी कॉरिडोर को लेकर विरोध बढ़ता ही जा रहा है। दूसरे दिन स्थानीय नागरिकों ने कॉरिडोर के विरोध में मानव श्रृंखला बनाई और काली पट्टी बांध कर पैदल मार्च किया। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कॉरिडोर के नाम पर वृंदावन का महत्व खत्म किया जा रहा है।
दूसरे दिन भी किया विरोध
प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर स्थानीय नागरिक अब सड़कों पर उतर आए हैं। स्थानीय नागरिकों ने दूसरे दिन भी कॉरिडोर का विरोध करते हुए 200 मीटर की मानव श्रृंखला बनाई और काली पट्टी बांध कर पैदल मार्च किया। विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
दाऊजी तिराहा से मंदिर की मुख्य सड़क तक बनाई मानव श्रृंखला
शुक्रवार की देर शाम स्थानीय नागरिक,व्यापारी बांके बिहारी के प्रस्तावित कॉरिडोर के विरोध में सड़कों पर उतरे। स्थानीय नागरिकों ने दाऊजी तिराहा से लेकर मंदिर के मुख्य मार्ग तक मानव श्रृंखला बनाई। मानव श्रृंखला के दौरान विरोध कर रहे सभी लोगों ने हाथों में काली पट्टी बांध रखी थी।
1 किलोमीटर का किया पैदल मार्च
मानव श्रृंखला बनाने के बाद स्थानीय नागरिकों ने पैदल मार्च शुरू किया। स्थानीय नागरिक बांके बिहारी मंदिर की मुख्य रोड से होते हुए गोवर्धन गेट,विद्यापीठ चौराहा पर पहुंचे। यहां प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद विरोध कर रहे करीब 300 से ज्यादा लोग हरि निकुंज चौराहा,कालिदह तिराहा,दुसायत होते हुए बांके बिहारी मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचे। यहां प्रशासन की बुद्धि शुद्धि के लिए कुछ देर कीर्तन किया।
वृंदावन का महत्व कुंज गलियों से
कॉरिडोर के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि वृंदावन के देश दुनिया में कुंज गलियों के नाम से पहचाना जाता है। वृंदावन का महत्व कुंज गलियों और उनके पौराणिक महत्व,संस्कृति से है। इसे उत्तर प्रदेश सरकार कॉरिडोर बनाकर खत्म करना चाहती है। यह किसी ब्रजवासी को स्वीकार नहीं है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान यह रहे उपस्थित
विरोध प्रदर्शन के दौरान कुंज बिहारी,गोपाल,मृदुल,अनिल,गोविंद,मुकेश,अशोक,प्रिंस,अमित,कन्हैया,शानू ,मुकेश,मानक,विकास,अलौकिक,आशीष,मनोज,सुजीत,पुरषोत्तम,कमल,निकुंज,मयूर,राहुल,हृदेश,आकाश,अमित ,उमेश,गोकुलेश,वैभव,सोनू,केशव,अंकित,हिमांशु,राम,विष्णु,मनीष,धीरज,दीपू,महेश,विजय, टीटू,सुमित,अमित,गोपाल,शिवकुमार,घनश्याम सहित करीब 300 से ज्यादा लोग मौजूद रहे।











