- यश शुरुआत में स्केटिंग में करियर बनाने की कोशिश कर रहे थे। 10 साल की उम्र तक उन्होंने इस खेल को आजमाया। स्टेट और नेशनल लेवल पर अच्छे नतीजे भी आए। हालांकि, उनके पिता को लगा कि भारत में इस खेल का बहुत बेहतर भविष्य नहीं है। फिर उन्हें यश को क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया।
विदर्भ टीम के कप्तान भी रहे हैं सरस्वती विद्यालय के स्टूडेंट
सरस्वती विद्यालय से पहले भी जाने-माने क्रिकेटर सामने आए हैं। विदर्भ रणजी टीम के मौजूदा कप्तान फैज फजल भी इसी स्कूल के स्टूडेंट रहे हैं। फैज ने पहले अंडर-14 क्रिकेट में स्कूल टीम की ओर से खेलते हुए 280 रन की पारी खेली थी। विदर्भ के सबसे सफल विकेटकीपर बल्लेबाज अक्षय वाडकर भी इसी स्कूल की टीम से खेलते थे।








